हम में से बहुत लोग त्वचा को एक बाहरी वस्तु समझते हैं। क्या हम जानते हैं कि हमारी त्वचा हमारे आंतरिक स्वास्थ्य का आइना होता है? स्किनकेयर प्रोडक्ट्स में पैसे लगाना बेकार साबित हो सकता है अगर आपकी स्वस्थ अंदर से ठीक ना हो।
हमारी व्यस्त लाइफस्टाइल हमारे लिए खुद के लिए समय निकालना मुश्किल बना देती है; इसी वजह से हमारा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य आमतौर पर हमारे काम से पीछे चला जाता है और अगर हमारी मानसिक और शारीरिक स्थिति ही ठीक नहीं हैं, तो वास्तव में हमारा काम क्या मायने रखता है?
क्योर स्किन की त्वचा विशेषज्ञ डॉ. जिशा आपको आपकी त्वचा के स्वास्थ्य के बारे में कुछ ज़रूरी बातें बताएंगी।
हम जो खाते हैं, वही हैं!
याद रखें की हम जो भी खाना खाते हैं वह हमारा शरीर बनाता है। हमारी त्वचा की क्वालिटी हमारे भोजन पर निर्भर करती है। इसलिए, खाना केवल भूख और स्वाद के बजाय पोषण और स्वास्थ के लिए खाना चाहिए।
हम वह है जो हम सोचते हैं!
त्वचा और मन के बीच संबंध होता है! यह साबित होता है कि तनाव, डिप्रेशन, चिंता और दूसरी मेन्टल स्थितियां मुँहासे आदि जैसे त्वचा रोगों के निकलने में योगदान कर सकती हैं। “आपकी स्किन और सेंट्रल नर्वस system जुड़े हुए हैं,” डॉ. एडम फ्रेडमैन, न्यूयॉर्क में मोंटेफोर मेडिकल सेंटर में डर्माटोलोगिक रिसर्च के डायरेक्टर का ऐसा मानना है। कई बार, आपकी त्वचा के मुद्दों का इलाज आपके सिर में ही हो सकता है। हमेशा ध्यान रखें की आप तनावपूर्ण जीवन ना जिए, यह किसी भी चीज़ के लायक नहीं होता।
लाइफस्टाइल में सुधार करें
हमेशा कुछ समय के लिए शांत हो जाएँ
हर समय ‘व्यस्त’ रहना बंद करें। अपनी हर दिन के समय में से थोड़ा समय निकालें। एक्सरसाइज करें या खेलकूद में हिस्सा लें, पढ़ने की आदत बनाएं या अपने फ्रेंड्स या परिवार के साथ कुछ समय बिताएँ। अपने दिमाग को बीच बीच में ब्रेक देकर उसे रिचार्ज करें। ऐसा करने से, आप न केवल अपनी त्वचा के स्वास्थ्य में, बल्कि अपने पूरे स्वास्थ्य में भी एक पॉजिटिव बदलाव देखेंगे।
खुश रहे
खुश होने की भावना आपकी त्वचा के स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव डालती है। खुश लोगों की त्वचा स्वस्थ होती है और उनका बुढ़ापा भी धीरे होता है। हर विचार, हर अनुभव और हर एक्शन का आपकी स्किन पर असर पड़ता है। नेगेटिव बातें शरीर के संतुलन में गड़बड़ी पैदा कर सकती हैं। बुरी बातें सभी के साथ होती हैं लेकिन हमेशा अच्छी चीजों के लिए आभारी हों जो अभी भी आपके पास है।
सारी बातों की एक बात, जब मन और शरीर दोनों स्वस्थ होते हैं, तो आपकी त्वचा में जो फर्क पड़ता है, वह दूसरों को भी साफ़ दिखाई देता है।